आधुनिक काल अन्य तथ्य MCQ Quiz - Objective Question with Answer for आधुनिक काल अन्य तथ्य - Download Free PDF
Last updated on Apr 23, 2025
Latest आधुनिक काल अन्य तथ्य MCQ Objective Questions
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 1:
निम्नलिखित में से कौन से युग्म सही हैं ?
(A) अंधेरे में- 1964 ई.
(B) कालिदास - 1949 ई.
(C) कलगी बाजरे की- 1959 ई.
(D) उर्वशी- 1961 ई.
(E) गीत फ़रोश- 1956 ई.
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए:
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 1 Detailed Solution
सही उत्तर है- D, E, A
Key Pointsयुग्म सही हैं-
- (A) अंधेरे में (मुक्तिबोध) - 1964 ई.
- (B) कालिदास (नागार्जुन) - 1959 ई.
- (C) कलगी बाजरे की (अज्ञेय) - 1949 ई.
- (D) उर्वशी (दिनकर) - 1961 ई.
- (E) गीत फ़रोश (भवानीप्रसाद मिश्र) - 1956 ई.
Important Pointsअज्ञेय-
- जन्म-1911-1987ई.
- मुख्य रचनाएँ-
- भग्नदूत(1933ई.)
- चिन्ता(1942ई.)
- इत्यलम्(1946ई.)
- हरी घास पर क्षण भर(1949ई.)
- बावरा अहेरी(1954ई.)
- इन्द्रधनुष रौंदे हुये ये(1957ई.)
- अरी ओ करुणा प्रभामय(1959ई.)
- आँगन के पार द्वार(1961ई.) आदि।
रामधारी सिंह दिनकर-
- जन्म-1908-1974ई.
- मुख्य रचनाएँ-
- रेणुका(1935ई.)
- हुंकार(1938ई.)
- रसवन्ती(1939ई.)
- सामधेनी(1947ई.)
- इतिहास के आँसू(1951ई.)
- रश्मिरथी(1952ई.) आदि।
मुक्तिबोध-
- जन्म-1916-1964ई.
- हिन्दी साहित्य के प्रमुख कवि, आलोचक, निबंधकार, कहानीकार तथा उपन्यासकार थे।
- इन्हें प्रगतिशील कविता और नयी कविता के बीच का एक सेतु भी माना जाता है।
- मुख्य रचनाएँ-
- चाँद का मुँह टेढ़ा है (1964ई.)
- भूरी-भूरी खाक धूल(1980ई.) आदि।
भवानीप्रसाद मिश्र-
- जन्म- 1913-1985 ई.
- दूसरा सप्तक के कवि है।
- रचनाएँ-
- गीत फरोश(1956 ई.)
- चकित है दुख(1968 ई.)
- खुशबू के शिलालेख(1973 ई.)
- अनाम तुम आते हो(1979 ई.)
- कालजयी(1980 ई.)
- मानसरोवर दिन(1981 ई.) आदि।
नागार्जुन-
- जन्म- 1911-1998 ई.
- पुरा नाम- वैद्यनाथ मिश्र
- रचनाएँ-
- सतरंगे पंखों वाली(1959 ई.)
- भस्मांकुर(1971 ई.)
- खिचड़ी विप्लव देखा हमने(1980 ई.)
- हज़ार-हज़ार बाहों वाली(1981 ई.)
- पुरानी जूतियों का कोरस(1983 ई.) आदि।
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 2:
निम्नलिखित में से कौन से युग्म सही हैं ?
(A) हरित दूर्वा, रक्त किसलय, पूत, पावन, पूर्ण रसमय - कालिदास
(B) वह बिठा देता है तुंग शिखर के, खतरनाक, खुरदरे कगार-तट पर। - अँधेरे में
(C) घिस रहा है देह, हाथ के पंजे, बराबर - अँधेरे में
(D) विगत शत पुण्य का आभास, जंगली हरी कच्ची गंध में बसकर - ब्रह्मराक्षस
(E) वह कैद् कर लाया गया ईमान…, सुलतानी निगाहों में निगाहें डालता - भूल गलती
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए:
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 2 Detailed Solution
सही उत्तर है- (B), (D) और (E)
Key Pointsसही युग्म है-
- (B) वह बिठा देता है तुंग शिखर के, खतरनाक, खुरदरे कगार-तट पर। - अँधेरे में
- (D) विगत शत पुण्य का आभास, जंगली हरी कच्ची गंध में बसकर - ब्रह्मराक्षस
- (E) वह कैद् कर लाया गया ईमान…, सुलतानी निगाहों में निगाहें डालता - भूल गलती
Important Pointsसही है-
- (A) हरित दूर्वा, रक्त किसलय, पूत, पावन, पूर्ण रसमय- सतपुड़ा के जंगल
- (C) घिस रहा है देह, हाथ के पंजे, बराबर - ब्रह्मराक्षस
Additional Informationभवानीप्रसाद मिश्र-
- जन्म- 1913-1985 ई.
- दूसरा सप्तक के कवि है।
- रचनाएँ-
- गीत फरोश(1956 ई.)
- चकित है दुख(1968 ई.)
- खुशबू के शिलालेख(1973 ई.)
- अनाम तुम आते हो(1979 ई.)
- कालजयी(1980 ई.)
- मानसरोवर दिन(1981 ई.) आदि।
मुक्तिबोध-
- जन्म-1916-1964ई.
- हिन्दी साहित्य के प्रमुख कवि, आलोचक, निबंधकार, कहानीकार तथा उपन्यासकार थे।
- इन्हें प्रगतिशील कविता और नयी कविता के बीच का एक सेतु भी माना जाता है।
- मुख्य रचनाएँ-
- चाँद का मुँह टेढ़ा है (1964ई.)
- भूरी-भूरी खाक धूल(1980ई.) आदि।
नागार्जुन-
- जन्म- 1911-1998 ई.
- पुरा नाम- वैद्यनाथ मिश्र
- रचनाएँ-
- सतरंगे पंखों वाली(1959 ई.)
- भस्मांकुर(1971 ई.)
- खिचड़ी विप्लव देखा हमने(1980 ई.)
- हज़ार-हज़ार बाहों वाली(1981 ई.)
- पुरानी जूतियों का कोरस(1983 ई.) आदि।
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 3:
सूची-I से सूची-II का मिलान कीजिए :
सूची - I (रचनाकार) |
सूची - II (रचना) |
||
(A) |
नागार्जुन |
(I) |
शासन की बंदूक |
(B) |
भवानीप्रसाद मिश्र |
(II) |
आंसू |
(C) |
अज्ञेय |
(III) |
यह दीप अकेला |
(D) |
जयशंकर प्रसाद |
(IV) |
गीत फ़रोश |
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए:
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 3 Detailed Solution
सही उत्तर है- (A) - (I), (B) - (IV), (C) - (III), (D) - (II)
Key Pointsसही मिलान है-
सूची - I (रचनाकार) |
सूची - II (रचना) |
||
(A) |
नागार्जुन |
(I) |
शासन की बंदूक |
(B) |
भवानीप्रसाद मिश्र |
(IV) |
गीत फ़रोश |
(C) |
अज्ञेय |
(III) |
यह दीप अकेला |
(D) |
जयशंकर प्रसादI |
(II) |
आंसू |
Important Pointsनागार्जुन-
- जन्म- 1911-1998 ई.
- पुरा नाम- वैद्यनाथ मिश्र
- रचनाएँ-
- युगधारा (1953)
- सतरंगे पंखों वाली (1959)
- प्यासी पथराई आँखें (1962)
- भस्मांकुर (1971)
- तालाब की मछलियाँ (1975)
- खिचड़ी विप्लव देखा हमने (1980)
- तुमने कहा था (1980)
- हज़ार-हज़ार बाँहों वाली (1981)
- पुरानी जूतियों का कोरस (1983)
- इस गुब्बारे की छाया में (1989)
- आखिर ऐसा क्या कह दिया मैंने
- भूमिजा
- रत्नगर्भ आदि।
भवानीप्रसाद मिश्र-
- जन्म- 1913-1985 ई.
- रचनाएं-
- गीत फरोश (1956)
- चकित है दुख (1968)
- अँधेरी कविताएँ (1968)
- गांधी पंचशती (1969)
- बुनी हुई रस्सी (1971)
- खुशबू के शिलालेख (1973)
- व्यक्तिगत (1973)
- परिवर्तन जिये (1976)
- इदम् न मम् (1977)
- त्रिकाल संध्या (1978)
- अंतर्गत (1979)
- अनाम तुम आते हो (1979)
- शरीर कविता फसलें और फूल (1980)
- कालजयी (1980) आदि।
सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन 'अज्ञेय'-
- जन्म- 1911-1987 ई.
- रचनाएं-
- भग्नदूत (1933)
- चिंता (1942)
- इत्यलम् (1946)
- हरी घास पर क्षणभर (1949)
- बावरा अहेरी (1954)
- इंद्रधनुष रौंदे हुए ये (1957)
- अरी ओ करुणा प्रभामय (1959)
- आँगन के पार द्वार (1961)
- पूर्वा (1965)
- सुनहले शैवाल (1966)
- कितनी नावों में कितनी बार (1967)
- क्योंकि मैं उसे जानता हूँ (1970) आदि।
जयशंकर प्रसाद-
- जन्म-1889-1937 ई.
- बाल्य नाम-झारखंडी
- छायावादी युग के महत्त्वपूर्ण कवि है।
- रचनाएँ-
- उर्वशी(1909 ई.)
- वन मिलन(1909 ई.)
- कानन कुसुम(1913 ई.)
- प्रेमपथिक(1913 ई.)
- महाराणा का महत्त्व (1914)
- चित्राधार(1918 ई.)
- झरना(1918 ई.)
- आँसू(1925 ई.)
- प्रलय की छाया (1933)
- अशोक की चिंता
- शेरसिंह का शस्त्र समर्पण
- पेशोला की प्रतिध्वनिआदि।
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 4:
सूची-I से सूची-II का मिलान कीजिए :
सूची - I (रचनाकार) |
सूची - II (रचना) |
||
(A) |
नागार्जुन |
(I) |
प्रलय की छाया |
(B) |
भवानीप्रसाद मिश्र |
(II) |
भूमिजा |
(C) |
अज्ञेय |
(III) |
अनाम तुम आते हो |
(D) |
जयशंकर प्रसाद |
(IV) |
भग्नदूत |
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए:
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 4 Detailed Solution
सही उत्तर है- (A) - (II), (B) - (III), (C) - (IV), (D) - (I)
Important Pointsनागार्जुन-
- जन्म- 1911-1998 ई.
- पुरा नाम- वैद्यनाथ मिश्र
- रचनाएँ-
- युगधारा (1953)
- सतरंगे पंखों वाली (1959)
- प्यासी पथराई आँखें (1962)
- भस्मांकुर (1971)
- तालाब की मछलियाँ (1975)
- खिचड़ी विप्लव देखा हमने (1980)
- तुमने कहा था (1980)
- हज़ार-हज़ार बाँहों वाली (1981)
- पुरानी जूतियों का कोरस (1983)
- इस गुब्बारे की छाया में (1989)
- आखिर ऐसा क्या कह दिया मैंने
- भूमिजा
- रत्नगर्भ आदि।
भवानीप्रसाद मिश्र-
- जन्म- 1913-1985 ई.
- रचनाएं-
- गीत फरोश (1956)
- चकित है दुख (1968)
- अँधेरी कविताएँ (1968)
- गांधी पंचशती (1969)
- बुनी हुई रस्सी (1971)
- खुशबू के शिलालेख (1973)
- व्यक्तिगत (1973)
- परिवर्तन जिये (1976)
- इदम् न मम् (1977)
- त्रिकाल संध्या (1978)
- अंतर्गत (1979)
- अनाम तुम आते हो (1979)
- शरीर कविता फसलें और फूल (1980)
- कालजयी (1980) आदि।
सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन 'अज्ञेय'-
- जन्म- 1911-1987 ई.
- रचनाएं-
- भग्नदूत (1933)
- चिंता (1942)
- इत्यलम् (1946)
- हरी घास पर क्षणभर (1949)
- बावरा अहेरी (1954)
- इंद्रधनुष रौंदे हुए ये (1957)
- अरी ओ करुणा प्रभामय (1959)
- आँगन के पार द्वार (1961)
- पूर्वा (1965)
- सुनहले शैवाल (1966)
- कितनी नावों में कितनी बार (1967)
- क्योंकि मैं उसे जानता हूँ (1970) आदि।
जयशंकर प्रसाद-
- जन्म-1889-1937 ई.
- बाल्य नाम-झारखंडी
- छायावादी युग के महत्त्वपूर्ण कवि है।
- रचनाएँ-
- उर्वशी(1909 ई.)
- वन मिलन(1909 ई.)
- कानन कुसुम(1913 ई.)
- प्रेमपथिक(1913 ई.)
- महाराणा का महत्त्व (1914)
- चित्राधार(1918 ई.)
- झरना(1918 ई.)
- आँसू(1925 ई.)
- प्रलय की छाया (1933)
- अशोक की चिंता
- शेरसिंह का शस्त्र समर्पण
- पेशोला की प्रतिध्वनि आदि।
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 5:
सूची I का सूची II से मिलान कीजिए-
सूची I पंक्ति |
सूची II पुस्तक / कविता |
||
A. |
विजन-वन वल्लरी पर |
I. |
जागो फिर एक बार |
B. |
अस्ताचल चले रवि, शशि-छवि विभावरी में, |
II. |
कुकुरमुत्ता |
C. |
रवि हुआ अस्त : ज्योति के पत्र पर लिखा अमर |
III. |
जूही की कली |
D. |
एक सपना जग रहा था |
IV. |
राम की शक्तिपूजा |
निम्नलिखित विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए:
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 5 Detailed Solution
सही उत्तर है- A - III, B - I, C - IV, D - II
सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला'-
- जन्म-1899-1961 ई.
- छायावादी प्रमुख रचनाकार है।
- काव्य रचनाएँ-
- अनामिका(1923 ई.)
- परिमल(1930 ई.)
- गीतिका(1936 ई.)
- तुलसीदास(1938 ई.)
- कुकुरमुत्ता(1942 ई.)
- नये पत्ते(1946 ई.) आदि।
- गद्य रचनाएँ-
- चतुरी चमार
- प्रभावती
- चोटी कि पकड़ आदि।
- पत्रिका सम्पादन-
- समन्वय
- मतवाला
Top आधुनिक काल अन्य तथ्य MCQ Objective Questions
रचना और रचनाकार की दृष्टि से इनमें से कौन सा विकल्प सुमेलित नहीं है ?
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 6 Detailed Solution
Download Solution PDFविकल्प साक्षी है सौन्दर्य प्राश्निक - नेमिचन्द्र जैन विकल्प सही नहीं है।
साक्षी है सौन्दर्य प्राश्निक
लेखक :- रमेश कुंतल मेघ
वर्ष :- 1980
रमेश कुंतल मेघ की प्रमुख रचनाएं-
- तुलसी: आधुनिक वातायन से (1967)
- आधुनिकता बोध और आधुनिकीकरण (1969)
- क्योंकि समय एक शब्द है (1975)
- अथातो सौन्दर्य जिज्ञासा (1977)
- साक्षी है सौन्दर्य प्राश्निक (1980)
- मन खंजन किनके? (1985)
नेमिचन्द्र जैन
- 1944 में तार सप्तक में प्रकाशित रचना।
- अन्य प्रमुख आलोचनात्मक रचनाएँ-
- अधूरे साक्षात्कार, रंगदर्शन, जनान्तिक, बदलते परिप्रेक्ष्य
- रंग-परंपरा,दृश्य-अदृश्य, भारतीय नाट्य-परंपरा।
आचार्य चतुरसेन शास्त्री के प्रमुख गद्यकाव्य-
- हृदय की परख, अन्तस्तल, अनुताप, रूप, दुःख, मां गंगी
- अनूपशहर के घाट पर, चित्तौड़ के किले में, स्वदेश।
राहुल सांकृत्यायन के प्रमुख यात्रा साहित्य-
- लंका, जापान, इरान, किन्नर देश की ओर
- मेरी लद्दाख यात्रा, मेरी तिब्बत यात्रा, तिब्बत में सवा वर्ष
- रूस में पच्चीस मास, विश्व की रूपरेखा, ल्हासा की ओर।
विद्या निवास मिश्र के प्रमुख ललित निबंध-
- तुम चंदन हम पानी,(1957), वसंत आ गया पर कोई उत्कंठा नहीं, (1972)
- छितवन की छाँह (1976),आंगन का पंछी और बनजार मन, कदम की फूली डाल
जन्म-काल के अनुसार निम्नलिखित रचनाकारों का सही अनुक्रम है :
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 7 Detailed Solution
Download Solution PDFजन्म काल के अनुसार "श्रीधर पाठक, अयोध्या सिंह उपाध्याय हरिऔध, जयशंकर प्रसाद, सुमित्रानंदन पंत" सही है तथा अन्य विकल्प असंगत हैं।
Key Points
- श्रीधर पाठक :- 11 जनवरी 1858 - 13 सितंबर 1928
- अयोध्यासिंह उपाध्याय 'हरिऔध':- 15 अप्रैल, 1865-16 मार्च, 1947
- जयशंकर प्रसाद :- 30 जनवरी 1890 - 15 नवंबर 1937
- सुमित्रानंदन पंत :- 20 मई 1900 - 28 दिसम्बर 1977
- जयशंकर प्रसाद के काव्य-
- प्रेम-पथिक - (1909) , करुणालय (काव्य नाटक) - 1913 ई, महाराणा का महत्त्व - 1924 ई, चित्राधार - 1918 ई॰ ,कानन कुसुम - 1918 ई , झरना - 1918 ई , आँसू - 1925 ई , लहर - 1933 ई ,कामायनी - 1936 ई
- सुमित्रानंदन पंत
- सुमित्रानंदन पंत प्रकृति के सुकुमार कवि कहे जाते हैं।
- पंत जी कोमल कल्पना के लिए प्रसिद्ध रहे हैं।
- पंत जी ने अपने जीवन के 1945-1959 काल को 'नव मानवता का स्वप्न काल' कहा है।
- सुमित्रानंदन पंत की कुछ काव्य कृतियाँ हैं - ग्रन्थि, गुंजन, ग्राम्या, युगांत, स्वर्णकिरण, स्वर्णधूलि, कला और बूढ़ा चाँद, लोकायतन, चिदंबरा, सत्यकाम आदि।
- अयोध्यासिंह उपाध्याय 'हरिऔध'
- प्रिय प्रवास (1914 ई) ,कवि सम्राट,वैदेही वनवास (1940 ई) , पारिजात (1937 ई) , रस-कलश (1940 ई) , चुभते चौपदे (1932 ई), चौखे चौपदे (1924 ई )
- श्रीधर पाठक
- मनोविनोद (भाग-1,2,3), धन विनय (1900), गुनवंत हेमंत (1900), वनाष्टक (1912), देहरादून (1915), गोखले गुनाष्टक (1915)
विधा और रचना की दृष्टि से इनमें से कौन सा विकल्प सुमेलित नहीं है ?
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 8 Detailed Solution
Download Solution PDFविकल्प काव्य - चित्रलेखा (भगवती चरण वर्मा) ग़लत है।
- चित्रलेखा काव्य नहीं है।
- चित्रलेखा भगवतीचरण वर्मा का उपन्यास है।
- प्रकाशन वर्ष :- 1934
- कथावस्तु :- चित्रलेखा की कथा पाप और पुण्य की समस्या पर आधारित है।
भगवती चरण वर्मा के प्रमुख उपन्यास-
- पतन (1928)
- चित्रलेखा (1934)
- टेढ़े-मेढ़े रास्ते (1946)
- इसमें मार्क्सवाद की आलोचना की गई थी।
- अपने खिलौने (1957)
- भूले-बिसरे चित्र (1959)
- सामर्थ्य और सीमा (1962)
- थके पाँव,(1964)
- सबहिं नचावत राम गोसाईं, (1970)
- प्रश्न और मरीचिका, (1973)
लक्ष्मीनारायण मिश्र के प्रमुख नाटक-
- अशोक (1916), संन्यासी (1930), राक्षस का मन्दिर (1931), आधी रात (1936)
- गरुड़ध्वज (1945), नारद की वीणा (1946), वितस्ता की लहरें (1953), चक्रव्युह (1955)
श्याम नारायण पांडे के काव्य-
- हल्दीघाटी,जौहर, तुमुल, रूपान्तर
- आरती, जय-पराजय, गोरा-वध, जय हनुमान
- शिवाजी (महाकाव्य)।
कमलेश्वर की प्रसिद्ध कहानियाँ हैं -
- राजा निरबंसिया, मांस का दरिया, नीली झील,तलाश
- बयान,नागमणि,अपना एकांत, आसक्ति, ज़िंदा मुर्दे
- जॉर्ज पंचम की नाक,मुर्दों की दुनिया,कस्बे का आदमी, स्मारक।
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 9:
निम्नलिखित रचनाकारों को उनकी रचनाओं के साथ सुमेलित कीजिए:
सूची I | सूची II | ||
(a) | मैथिलीशरण गुप्त | (1) | वभ्रुवाहन |
(b) | जयशंकर प्रसाद | (2) | सिद्धराज |
(c) | अज्ञेय | (3) | कनुप्रिया |
(d) | धर्मवीर भारती | (4) | चिंता |
(5) | संशयात्मा |
इनमें से सही विकल्प चुनकर लिखिए:
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 9 Detailed Solution
रचनाकारों का उनकी रचनाओं के साथ सही सुमेलन हैं-
रचनाकार | रचना |
मैथिलीशरण गुप्त | सिद्धराज |
जयशंकर प्रसाद | वभ्रुवाहन |
अज्ञेय | चिंता |
धर्मवीर भारती | कनुप्रिया |
Key Pointsरचनाओं का प्रकाशन वर्ष-
रचना | प्रकाशन वर्ष |
सिद्धराज | 1936 ई. |
वभ्रुवाहन | 1911 ई. |
चिंता | 1942 ई. |
कनुप्रिया | 1959 ई. |
Important Pointsमैथिलीशरण गुप्त-
- जन्म-1886-1964 ई.
- द्विवेदी युगीन मुख्य रचनाकार है।
- रचनाएँ-
- रंग में भंग(1909 ई.)
- पंचवटी(1925 ई.)
- साकेत(1931 ई.)
- यशोधरा(1932 ई.)
- द्वापर(1936 ई.)
- जयभारत(1952 ई.) आदि।
जयशंकर प्रसाद-
- जन्म-1889-1937 ई.
- छायावादी प्रमुख कवि है।
- रचनाएँ-
- उर्वशी(1909 ई.)
- वन मिलन(1909 ई.)
- प्रेमराज्य(1909 ई.)
- कानन कुसुम(1913 ई.) आदि।
अज्ञेय-
- जन्म-1911-1987 ई.
- तार सप्तक के जन्मदाता है।
- रचनाएँ-
- भग्नदूत(1933 ई.)
- हरी घास पर क्षण भर(1949 ई.)
- बावरा अहेरी(1954 ई.)
- इंद्रधनुष रौंदे हुए ये(1957 ई.)
- अरी ओ करुणा प्रभामय(1959 ई.) आदि।
धर्मवीर भारती-
- जन्म-1926-1997 ई.
- दूसरा सप्तक के प्रमुख कवि है।
- रचनाएँ-
- ठंडा लोहा(1952 ई.)
- सात गीत वर्ष(1959 ई.)
- देशान्तर(1960 ई.) आदि।
ज्ञानेन्द्रपति-
- जन्म-1950 ई.
- समकालीन रचनाकार है।
- रचनाएँ-
- आँख हाथ बनते हुए(1970 ई.)
- शब्द लिखने के लिए ही यह कागज बना है(1980 ई.)
- गंगातट(2000 ई.) आदि।
Additional Informationसंशयात्मा-
- रचनाकार-ज्ञानेन्द्रपति
- विधा-काव्य
- प्रकाशन वर्ष-2004 ई.
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 10:
'प्रबंध काव्य' के भेद हैं:
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 10 Detailed Solution
सही उत्तर है - “महाकाव्य - खंडकाव्य”।
- महाकाव्य - खंडकाव्य ‘प्रबंध काव्य’ के भेद हैं।
Key Pointsप्रबंध काव्य:-
- इसमें कोई प्रमुख कथा काव्य के आदि से अंत तक क्रमबद्ध रूप में चलती है। कथा का क्रम बीच में कहीं नहीं टूटता और
गौण कथाएँ बीच-बीच में सहायक बन कर आती हैं। जैसे रामचरित मानस।
प्रबंध काव्य के दो भेद होते हैं -
- महाकाव्य :
- इसमें किसी ऐतिहासिक या पौराणिक महापुरुष की संपूर्ण जीवन कथा का आद्योपांत वर्णन होता है।
- खंडकाव्य :
- इसमें किसी की संपूर्ण जीवनकथा का वर्णन न होकर केवल जीवन के किसी एक ही भाग का वर्णन होता है।
Additional Informationमुक्तक :
- मुक्तक, काव्य या कविता का वह प्रकार है जिसमें प्रबन्धकीयता न हो।
इसमें एक छन्द में कथित बात का दूसरे छन्द में कही गयी बात से कोई सम्बन्ध या तारतम्य होना आवश्यक नहीं है।
कबीर एवं रहीम के दोहे; मीराबाई के पद्य आदि सब मुक्तक रचनाएं हैं।
पद्य काव्य :
- इसमें किसी कथा का वर्णन काव्य में किया जाता है, जैसे गीतांजलि।
गद्य काव्य :
- इसमें किसी कथा का वर्णन गद्य में किया जाता है, जैसे जयशंकर की कमायनी गद्य में काव्य रचना करने के लिए कवि को छंद शास्त्र के नियमों से स्वच्छंदता प्राप्त होती है।
आख्यानक गीतियाँ :
- खण्ड काव्य और महाकाव्य से बहुत ही अलग कविता युक्त कहानी को आख्यानक गीति कहते हैं इसमें पराक्रम, वीरता,
बलिदान, साहस, श्रंगार और करुणा आदि को कविता के द्वारा समाहित कर कथा बनाई जाती है।
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 11:
'कविता के बहाने' कविता के रचनाकार हैं-
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 11 Detailed Solution
'कविता के बहाने' कविता के रचनाकार कुँवर नारायण है।
- कविता के बहाने' मे कवि ने अपनी कविता को बच्चे, चिड़िया तथा फूल की तरह बताया है।
Key Points'कविता के बहाने'-
- रचनाकार-कुँवर नारायण
- विधा-काव्य
- विषय-
- कविता के बहाने' मे कवि ने भौतिकतावादी वातावरण मे भी कविता के महत्व के प्रभाव को स्थापित करना चाहा है।
Additional Informationकुंवर नारायण-
- जन्म- 19 सितंबर 1927
- खंड काव्य -
- आत्मजयी (1965)
- वाजश्रवा के बहाने (2007)
- कविता संग्रह -
- चक्रव्यूह (1963)
- परिवेश: हम – तुम, अपने सामने (1961)
- कोई दूसरा नहीं (1993)
- इन दिनों (2002)
- कहानी संग्रह -
- आकारों के आसपास (1973)
- समीक्षा विचार -
- आज और आज से पहले (1998)
- मेरे साक्षात्कार (1999)
- साहित्य के कुछ अंतर्विषयक सन्दर्भ (2003)
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 12:
रचना व रचनाकार को सुमेलित कीजिए।
अ. ग्राम श्री 1. रामधारी सिंह दिनकर
ब. यह दंतुरित मुस्कान 2. सुमित्रानंदन पंत
स. कन्यादान 3. नागार्जुन
द. भगवान के डाकिए 4. ऋतुराज
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 12 Detailed Solution
सही उत्तर 'अ - 2 ब - 3 स - 4 द - 1' है।
Key Points
रचना | रचनाकार |
ग्राम श्री | सुमित्रानंदन पंत |
यह दंतुरित मुस्कान | नागार्जुन |
कन्यादान | ऋतुराज |
भगवान के डाकिए | रामधारी सिंह दिनकर |
Additional Information
- ग्राम श्री- कविता में कवि सुमित्रानंदन पंत ने गांव के प्राकृतिक सौंदर्य एवं समृद्धि का मनमोहक वर्णन किया है।
- प्रस्तुत काव्यांश में कवि ने खेतों में फैली हरियाली का वर्णन किया है।
- हरियाली पर सूर्य की किरणें चाँदी की निर्मल जाली के समान लग रही हैं।
- “यह दंतुरित मुसकान” कविता के रचनाकार नागार्जुन जी हैं। इस कविता के माध्यम से कवि ने उस नन्हे बच्चे के मन को मोह लेने वाली मुस्कान जिसमें कोई छल नहीं है और न ही कोई कपट मात्र है, उस का बहुत खूबसूरती से वर्णन किया है, जिसके अभी – अभी दूध के दांत निकलने शुरू हुए हैं।
- कन्यादान कविता के रचयिता “ऋतुराज जी” हैं। यह कविता एक माँ के संचित अनुभवों की पीड़ा की प्रमाणिक अभिव्यक्ति है।
- वह जीवन में भोगी गई पीड़ा के परिपेक्ष में अपनी बेटी को स्त्री के परंपरागत रूप से हटकर सीख दे रही है
- भगवान के डाकिए- इस कविता में “दिनकर” जी बताते हैं कि पक्षी और बादल भगवान के डाकिए हैं जो एक विशाल देश का सन्देश लेकर दूसरे विशाल देश को जाते हैं।
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 13:
'किरमिच की गेंद' रचना में किस बच्चे का नाम नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 13 Detailed Solution
'किरमिच की गेंद' रचना में रमेश बच्चे का नाम नहीं है।
Key Pointsकिरमिच की गेंद-
- रचनाकार- शांतिकुमारी जैन
- विधा- कहानी
- मुख्य पात्र- दिनेश, सुधीर, अनिल, अरविंद, आनंदा ।
- विषय-
- इस पाठ मे बताया गया है कि मिलजुलकर रहना और खेलना चाहिए।
- किसी से झूठ नहीं बोलना चाहिए।
Additional Information कहानी:-
- कहानी गद्य साहित्य की वह सबसे अधिक रोचक एवं लोकप्रिय विधा है,
- जो जीवन के किसी विशेष पक्ष का मार्मिक, भावनात्मक और कलात्मक वर्णन करती है।
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 14:
निम्न में से कौन-सी रचना रामसिहासन शर्मा की है?
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 14 Detailed Solution
रामसिहासन शर्मा की है- झूला
Key Pointsझूला-
- रचनाकार- रामसिहासन शर्मा
- विधा- कविता
- मुख्य पात्र- माँ, बच्चा।
- विषय-
- इस कविता 'झूला' में कवि ने एक बच्चे की कोमल भावनाओं को व्यक्त किया है।
Important Pointsआम की टोकरी-
- रचनाकार- रामकृष्ण शर्मा खद्दर
- विधा- कविता
- मुख्य पात्र- बच्ची, आम।
- विषय-
- इस कविता 'आम की टोकरी' में सिर पर आम रखकर बेचती 'एक छह साल' की बच्ची के मनोभाव का बहुत ही सुंदर चित्रण किया गया है।
आम की कहानी-
- रचनाकार- देबाशीष देव
- विधा- चित्रकथा
- मुख्य पात्र- लड़की, कौआ।
- विषय-
- इसमें बच्चों मे सृजनात्मकता के विकास का वर्णन है।
रसोईघर-
- रचनाकार- मधु पंत
- विधा- कविता
- विषय-
- इस कविता के माध्यम से कवयित्री बड़े ही रोचक शब्दों में रसोईघर की चीज़ों का वर्णन कर रही हैं।
Additional Informationए. के. रामानुजन-
- जन्म- 1929-1993 ई.
- भारत के साहित्यकार थे।
- उनका कविता “एस्ट्रोनॉमर स्वतंत्र विचार प्रसंग और उनका व्यक्तित्व जो कि यूरो-अमेरिकी संस्कृति का गुण है।
- कविता-
- दी स्ट्राइडर्स,
- सेलेक्टेड पोएम्स,
- दी कलेक्टेड पोएम्स (अंग्रेजी),
- होक्कूलल्ली हुविल्ला,
- कुंतोबिल्ले, मट्दु
मधु पंत-
- कविता-
- क्यों ?
- पानी की कहानी
- बात सुनो रे भाई
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 15:
'हमसे सब कहते हैं' किसकी रचना है?
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 15 Detailed Solution
'हमसे सब कहते हैं' की रचना है- निरंकार देव सेवक
Key Pointsहमसे सब कहते हैं-
- रचनाकार- निरंकार देव ‘सेवक’
- विधा- कविता
- मुख्य पात्र- सूर्य, चाँद, हवा आदि।
- विषय-
- यह एक कविता है जिसमें एक बच्चा प्रकृति की चीजों को रोकने की बात कर रहा हैं।
Important Pointsनिरंकारदेव सेवक-
- जन्म- 1919 ई.
- हिन्दी बाल साहित्य के वरिष्ठ कवियों में निरंकार देव सेवक प्रमुख हैं।
- कविता-
- एक बुढ़िया
- टेसू राजा बीच बाजार
- मेरा मुन्ना बड़ा सयाना
- दो चिड़ियों की बात
- पैसा पास होता
- चंदा मामा दूर के
Additional Informationसुबीर शुक्ला-
- कहानी-
- क्योंज़ीमल और कैसे - कैसलिया।
रामधारी सिंह 'दिनकर'-
- जन्म- 1908-1974 ई.
- हिन्दी के एक प्रमुख लेखक, कवि व निबन्धकार थे।
- कविता-
- पढ़क्कू की सूझ
- चांद का कुर्ता
- नमन करूँ मैं
- सूरज का ब्याह
- चूहे की दिल्ली-यात्रा
- मिर्च का मज़ा
सुरेन्द्र विक्रम-
- कविता-
- मन करता है