Question
Download Solution PDFमाध्यमिक स्कूल के विद्यार्थियों में 'गणित की चिंता' सामान्य रूप से देखने को मिलती है।
निम्नलिखित में से कौन-सी युक्तियाँ अधिगमकर्ताओं में 'गणित की चिंता' से निपटने हेतु प्रभावी हैं?
(a) विद्यार्थियों से बातचीत करते समय सकारात्मक दृष्टिकोण रखना।
(b) सहयोगी कार्य करने को देना तथा समूह सहभागिता को बढ़ावा देना।
(c) ऐसे बच्चों के माता-पिता को घर पर ट्यूशन लगवाने के लिए कहना।
(d) ऐसे बच्चों को अलग करना और गणित की कक्षा में आगे की बेंच पर बैठाना।
सही विकल्प चुनिए:
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDFगणित की चिंता को भय या असुविधापूर्ण स्थिति के रूप में परिभाषित किया जाता है जो छात्रों को एक गणित समस्या को हल करते समय या एक गणित के अध्याय का अध्ययन करते समय महसूस होता है। यह कई कारणों से हो सकता है जैसे शिक्षक पूरी तरह से सख्त होते हैं या बच्चों को संकल्पनाओं को सही ढंग से नही समझाया गया है।
Key Pointsशिक्षार्थियों में गणित की चिंता से निपटने के लिए युक्तियाँ निम्न हैं:
- छात्रों द्वारा की गई त्रुटियों को अधिगम की कठिनाइयों की पहचान करने और इसके अनुरूप कार्य करने के लिए जानकारी का एक स्रोत माना जाना चाहिए।
- छात्रों के साथ संवाद और परिचर्चा करते समय शिक्षक का दृष्टिकोण सकारात्मक होना चाहिए।
- गणित की चिंता वाले छात्र यदि अपने शिक्षक से डरते हैं तो उन्हें अपने सहपाठियों के माध्यम से सीखने की अनुमति दी जानी चाहिए।
- गणित में रुचि पैदा करने के लिए गणित की चिंता वाले छात्रों के लिए विशेष शिक्षण विषय वस्तु निर्मित की जानी चाहिए।
- सामूहिक अभ्यास समस्याओं को बढ़ावा देने के लिए सहयोगी कार्यों को दिया जाना चाहिए जिसमें छात्र अपने सहपाठियों से सीखते हैं।
अतः, (a) और (b) सही विकल्प हैं।
Additional Information
दूसरी ओर, माता-पिता को घर पर ट्यूशन लगवाने के लिए कहना और छात्रों को व्यक्तिगत रूप से आगे की बेंच पर बैठाने से छात्रों में तनाव और हीनता के कारण गणित की चिंता बढ़ सकती है।
Last updated on Apr 30, 2025
-> The CTET 2025 Notification (July) is expected to be released anytime soon.
-> The CTET Exam Date 2025 will also be released along with the notification.
-> CTET Registration Link will be available on ctet.nic.in.
-> CTET is a national-level exam conducted by the CBSE to determine the eligibility of prospective teachers.
-> Candidates can appear for CTET Paper I for teaching posts of classes 1-5, while they can appear for CTET Paper 2 for teaching posts of classes 6-8.
-> Prepare for the exam with CTET Previous Year Papers and CTET Test Series for Papers I &II.