अव्ययीभाव समास MCQ Quiz in తెలుగు - Objective Question with Answer for अव्ययीभाव समास - ముఫ్త్ [PDF] డౌన్‌లోడ్ కరెన్

Last updated on Mar 26, 2025

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Latest अव्ययीभाव समास MCQ Objective Questions

Top अव्ययीभाव समास MCQ Objective Questions

अव्ययीभाव समास Question 1:

अव्ययी भाव समास नहीं है-

  1. तिलचट्टा
  2. अनजाना
  3. पलपल
  4. रातोंरात

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : तिलचट्टा

अव्ययीभाव समास Question 1 Detailed Solution

अव्ययी भाव समास नहीं है- तिलचट्टा

Key Pointsतिलचट्टा-

  • तिल को चाटनेवाला 
  • इसमें कर्म तत्पुरुष समास है। 

Important Pointsसमास -

  • दो या दो से अधिक शब्द से बने हुए नए शब्द को समास कहा जाता है।
  • समास के 6 भेद होते है-
समास परिभाषा उदाहरण
अव्ययीभाव पहला पद प्रधान तथा अव्यय हो तथा समस्त पद क्रिया विशेषण का कार्य करें वहां अव्ययीभाव होता है।

प्रति + दिन  = प्रतिदिन

निर्विवाद = बिना विवाद के

कर्मधारय  जिस समास में पूर्वपद विशेषण और उत्तरपद विशेष्य हो, कर्मधारय समास कहलाता है।

कालीमिर्च = काली है जो मिर्च

नीलकमल = नीला है जो कमल

द्विगु    जिस समास में पूर्वपद संख्यावाचक हो, द्विगु समास कहलाता है।

नवरत्न = नौ रत्नों का समूह

सप्तदीप = सात दीपों का समूह

 बहुव्रीहि जिस समास में दोनों पदों के माध्यम से एक विशेष (तीसरे) अर्थ का बोध होता है, बहुव्रीहि समास कहलाता है।

महात्मा = महान् आत्मा है जिसकी,
नीलकण्ठ = नीला कण्ठ है जिनका अर्थात् शिवजी।

द्वन्द्व   जिस समास में दोनों पद प्रधान एवं एक दूसरे के विलोम या विलोम जैसे हों तो उसे द्वंद्व समास कहते हैं।

माता-पिता = माता और पिता, 

राम-कृष्ण = राम और कृष्ण

तत्पुरुष  जिस समास में पूर्वपद गौण तथा उत्तरपद प्रधान हो, तत्पुरुष समास कहलाता है। मतदाता = मत को देने वाला
गिरहकट = गिरह को काटने वाला

अव्ययीभाव समास Question 2:

निम्नलिखित में कौन सा पद अव्ययीभाव समास का उदाहरण है? 

  1. राजकुमार
  2. प्रतिकूल
  3. अधमरा 
  4. सप्तऋषि

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : प्रतिकूल

अव्ययीभाव समास Question 2 Detailed Solution

दिए गए विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 2 प्रतिकूल है। अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर हैं।

उपर्युक्त विकल्पों में ‘प्रतिकूल’ शब्द ‘अव्ययीभाव समास’ का उदाहरण है। इसका पहला पद अव्यय है ‘प्रति’ है जो कूल’ अर्थात प्रतिकूल।

अव्ययीभाव समास

अव्ययीभाव समास में पहला शब्द अव्यय होता है बाद का शब्द कोई संज्ञा शब्द होता है। अव्यय और संज्ञा के योग से बनता है और इसका क्रिया विशेष के रूप में प्रयोग किया जाता है। अव्ययीभाव समास में पहला पद अव्यय होता है तथा प्रधान होता है।

आजन्म – जन्म से लेकर 

 

अन्य विकल्प:

1.         राजकुमार – राजा का कुमार - तत्पुरुष समास

2.         अधमरा – आधा है जो मरा – कर्मधारय समास

3.         सप्तऋषि – सात ऋषियों का समूह – द्विगु समास

तत्पुरुष समास

इसका उत्तरपद अथवा अंतिम पद प्रधान होता है। ऐसे समास में प्रायः प्रथम पद विशेषण तथा द्वितीय पद विशेष्य होते हैं। द्वितीय पद के विशेष्य होने के कारण समास में इसकी प्रधानता होती है।

धर्म का ग्रंथ  = धर्मग्रंथ

कर्मधारय समास

जिस तत्पुरुष समाज के समस्त पद समान रूप से प्रधान हो, तथा विशेष्य – विशेषण भाव को प्राप्त होते हैं। उनके लिंग, वचन भी समान हो वहां कर्मधारय समास होता है।

महादेव – महान है जो देव

द्विगु समास

जिस समस्त पद का पहला पद (पूर्वपद) संख्यावाचक विशेषण हो वह द्विगु समास कहलाता है।

त्रिनेत्र – तीन नेत्रों का समाहार

अव्ययीभाव समास Question 3:

'खासमखास' में कौन सा समास है?

  1. अव्ययीभाव
  2. द्विगु
  3. तत्पुरूष
  4. कर्मधारय

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : अव्ययीभाव

अव्ययीभाव समास Question 3 Detailed Solution

"खासमखास" में "अव्ययीभाव" समास होगा अन्य विकल्प सही नही है

Key Points

शब्द  परिभाषा  उदाहरण भेद 
समास   "दो या दो से अधिक शब्द मिलकर एक नया एवं सार्थक शब्द की रचना करते हैं। यह नया शब्द ही समास कहलाता है"
  1. कमल के समान चरण : चरणकमल
  2. रसोई के लिए घर : रसोईघर
  3. घोड़े पर सवार : घुड़सवार
  4. देश का भक्त : देशभक्त
  5. राजा का पुत्र : राजपुत्र 
  1. तत्पुरुष समास
  2. अव्ययीभाव समास
  3. कर्मधारय समास
  4. द्विगु समास
  5. द्वंद्व समास
  6. बहुव्रीहि समास

Additional Information

शब्द  परिभाषा  उदाहरण 

तत्पुरुष समास

"जिस समास में उत्तरपद प्रधान होता है एवं पूर्वपद गौण होता है वह समास तत्पुरुष समास कहलाता है"। 

धर्म का ग्रन्थ : धर्मग्रन्थ

राजा का कुमार : राजकुमार

तुलसीदासकृत : तुलसीदास द्वारा कृत

अव्ययीभाव समास

"वह समास जिसका पहला पद अव्यय हो एवं उसके संयोग से समस्तपद भी अव्यय बन जाए, उसे अव्ययीभाव समास कहते हैं। अव्ययीभाव समास में पूर्वपद प्रधान होता है"।

आजन्म: जन्म से लेकर

यथामति : मति के अनुसार

प्रतिदिन : दिन-दिन

यथाशक्ति : शक्ति के अनुसार

कर्मधारय समास

"वह समास जिसका पहला पद विशेषण तथा दूसरा पद विशेष्य होता है, अथवा एक पद उपमान एवं दूसरा उपमेय होता है, उसे कर्मधारय समास कहते हैं"।

महादेव : महान है जो देव

दुरात्मा : बुरी है  जो आत्मा

करकमल : कमल के सामान कर

नरसिंह : सिंह रुपी नर

चंद्रमुख : चन्द्र के सामान मुख आदि।

द्विगु समास

"वह समास जिसका पूर्व पद संख्यावाचक विशेषण होता है तथा समस्तपद समाहार या समूह का बोध कराए, उसे द्विगु समास कहते हैं"। 

दोपहर : दो पहरों का समाहार

शताब्दी : सौ सालों का समूह

पंचतंत्र : पांच तंत्रों का समाहार

सप्ताह : सात दिनों का समूह

द्वंद्व समास

"जिस समस्त पद में दोनों पद प्रधान हों एवं दोनों पदों को मिलाते समय ‘और’, ‘अथवा’, या ‘एवं ‘ आदि योजक लुप्त हो जाएँ, वह समास द्वंद्व समास कहलाता है"। 

अन्न-जल : अन्न और जल

अपना-पराया : अपना और पराया

राजा-रंक : राजा और रंक

देश-विदेश : देश और विदेश 

बहुव्रीहि समास

"जिस समास के समस्तपदों में से कोई भी पद प्रधान नहीं हो एवं दोनों पद मिलकर किसी तीसरे पद की और संकेत करते हैं वह समास बहुव्रीहि समास कहलाता है"।

गजानन : गज से आनन वाला

त्रिलोचन : तीन आँखों वाला

दशानन : दस हैं आनन जिसके

चतुर्भुज : चार हैं भुजाएं जिसकी

अव्ययीभाव समास Question 4:

निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द अव्ययीभाव समास का उदाहरण है? 

  1. आजन्मा
  2. अपना-पराया
  3. महादेव
  4. त्रिलोचन

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : आजन्मा

अव्ययीभाव समास Question 4 Detailed Solution

अव्ययीभाव समास का उदाहरण है- 'आजन्मा'।

Key Pointsद्वंद्व समास- दोनों पद प्रधान होते है।
पहचान- योजक चिन्ह (-) का प्रयोग तथा, मध्य में 'और', 'अथवा', 'या' लगते है।

  • उदाहरण- 'अपना-पराया'= 'अपना और पराया'।

बहुव्रीहि समास- 'अन्य पद प्रधान होता'।
पहचान- 'दोनों पद' मिलकर किसी 'तीसरे पद' की ओर संकेत देते हैं।

  • उदाहरण- 'महान है जो देव अर्थात् 'महादेव'।

अव्ययीभाव समास- 'पहला पद प्रधान तथा अव्यय होता है'।
पहचान- पहला पद अनु, भर, प्रति, यथा, आ , यावत आदि।

  • उदाहरण- 'आजन्मा'।

द्विगु समास- 'उत्तर पद प्रधान होता'।
पहचान- पहला पद 'संख्यावाचक' तथा इसमें 'समूह या समाहार' का पता चलता है।

  • उदाहरण- 'त्रिलोक'= 'तीनों लोकों का समूह'।

Additional Information

समास-  दो या दो से अधिक शब्दों से मिलकर बने नये सार्थक शब्द को समास कहते है।
समास भेद- 6 भेद होते हैं।

  1. अव्ययीभाव समास
  2. तत्पुरुष समास
  3. द्विगु समास
  4. द्वन्द्व समास
  5. कर्मधारय समास
  6. बहुव्रीहि समास

Mistake Points

  • 'त्रिलोचन' बहुव्रीहि समास का उदाहरण है। द्विगु समास का नहीं। 
  • क्योंकि, 'त्रिलोचन' में 'तीन नेत्रों वाले' अर्थात् 'शिव' जी' के बारे में बात की जा रही है 'तीन नेत्र' की नहीं
  • अतः उचित समास विग्रह 'तीन नेत्रों वाला' अर्थात् 'शिव'।

अव्ययीभाव समास Question 5:

'बहिर्मुखी' में समास है-

  1. अव्ययीभाव समास
  2. द्वन्द्व समास
  3. तत्पुरुष समास
  4. कर्मधारय समास

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : अव्ययीभाव समास

अव्ययीभाव समास Question 5 Detailed Solution

'बहिर्मुखी' में : अव्ययी भाव समास है।

  • समास विग्रह - बाहरी मुख वाला अर्थात बहिर्मुखी -- अव्ययी भाव समास

Confusion Points

  • समास विग्रह - सबसे घुल मिलने वाला या सब चेहरे रखने वाला -- बहुव्रीहि समास
  • परन्तु यह विकल्प में से दोनों में से एक होगा।
  • बहिर्मुखी का समास विग्रह दो तरह से हो सकता है....
  • बहिर्मुखी = बाहरी मुख वाला
  • समास का नाम= अव्ययीभाव समास
  • बहिर्मुखी = सबसे घुलने-मिलने वाला या सामाजिक व्यक्ति
  • समास का नाम = बहुव्रीहि समास

Additional Information

समास - समास उस प्रक्रिया को कहते हैं, जिसमें दो शब्द मिलाकर उनके बीच के संबंधसूचक आदि का लोप करके नया शब्द बनाया जाता है। समास से तात्पर्य 'संक्षिप्तीकरण' से है। समास के माध्यम से कम शब्दों में अधिक अर्थ प्रकट किया जाता है।

 जैसे - राजा का पुत्र – राजपुत्र, समास के छः प्रकार हैं -

समास का नाम

परिभाषा 

उदाहरण 

तत्पुरुष समास

जिस समास में उत्तरपद प्रधान हो तथा समास करने के उपरांत विभक्ति (कारक चिन्ह) का लोप हो।

धर्म का ग्रन्थ = धर्मग्रन्थ, तुलसीदास द्वारा कृत = तुलसीदासकृत।

बहुव्रीहि समास

जिस समास में दोनों पद प्रधान नहीं होते हैं और दोनों पद मिलकर किसी अन्य विशेष अर्थ की ओर संकेत कर रहे होते हैं। 

जो महान वीर है = महावीर अर्थात हनुमान, तीन आँखों वाला = त्रिलोचन अर्थात शिव।

कर्मधारय समास

जिस समास के दोनों शब्दों के बीच विशेषण-विशेष्य अथवा उपमान-उपमेय का सम्बन्ध हो,

पहचान: विग्रह करने पर दोनों पद के मध्य में 'है जो', 'के समान' आदि आते हैं।

कमल के समान नयन = कमलनयन, महान है जो देव = महादेव।

द्विगु समास

जिस समास में पूर्वपद (पहला पद) संख्यावाचक विशेषण हो।

दो पहरों का समूह = दोपहर, तीनों लोकों का समाहार = त्रिलोक।

अव्यययीभाव समास

जिस समास में पहला पद प्रधान हो और समस्त शब्द अव्यय का काम करे। 

प्रति + दिन = प्रतिदिन, एक + एक = एकाएक

द्वंद्व समास 

द्वन्द्व समास में समस्तपद के दोनों पद प्रधान हों या दोनों पद सामान हों एवं दोंनों पदों को मिलाते समय "और, अथवा, या, एवं" आदि योजक लुप्त हो जाएँ, वह समास द्वंद्व समास कहलाता है।

माता- पिता = माता और पिता, हाँ- न = हाँ या न 

अव्ययीभाव समास Question 6:

‘यथासंभव’ में कौन सा समास है?

  1. अव्ययीभाव
  2. कर्मधारय
  3. तत्पुरूष
  4. द्विगु

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : अव्ययीभाव

अव्ययीभाव समास Question 6 Detailed Solution

'यथासंभव’ का विग्रह 'जहाँ तक संभव हो सके' है अतः यहाँ 'अव्ययीभाव समास' है। शेष विकल्प असंगत हैं। इस प्रकार सही विकल्प 'अव्ययीभाव' है।

स्पष्टीकरण 

  • अव्ययीभाव समास का पूर्वपद प्रधान होता है और समास पद अव्यय हो जाता है। इसमें पहला पद उपसर्ग जाति का अव्यय होता है और वही प्रधान होता है।

 

अन्य विकल्प

समास - समास से तात्पर्य 'संक्षिप्तीकरण' से है। जब दो या दो से अधिक शब्दों के योग से जो छोटा शब्द बने उसे समास कहते हैं। समास के माध्यम से कम शब्दों में अधिक अर्थ प्रकट किया जाता है। जैसे - रजा का पुत्र – राजपुत्र,

समास के छःप्रकार हैं -

समास का नाम

परिभाषा

उदाहरण

तत्पुरुष समास

जिस समास में उत्तरपद प्रधान हो तथा समास करने के उपरांत विभक्ति (कारक चिन्ह) का लोप हो।

  1. धर्म का ग्रन्थ = धर्मग्रन्थ
  2. तुलसीदास द्वारा कृत = तुलसीदासकृत

कर्मधारय समास

जिस समास के दोनों शब्दों के बीच विशेषण-विशेष्य अथवा उपमान-उपमेय का सम्बन्ध हो,
पहचान: विग्रह करने पर दोनों पद के मध्य में 'है जो', 'के समान' आदि आते हैं।

  1. कमल के समान नयन कमलनयन
  2. महान है जो देव महादेव

द्विगु समास

जिस समास में पूर्वपद (पहला पद) संख्यावाचक विशेषण हो।

  1. दो पहरों का समूह = दोपहर
  2. तीनों लोकों का समाहार = त्रिलोक।

अव्ययीभाव समास Question 7:

अव्ययी भाव समास नहीं है-

  1. तिलचट्टा
  2. अनजाना
  3. पलपल
  4. रातोंरात

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : तिलचट्टा

अव्ययीभाव समास Question 7 Detailed Solution

अव्ययी भाव समास नहीं है- तिलचट्टा

Key Pointsतिलचट्टा-

  • तिल को चाटनेवाला 
  • इसमें कर्म तत्पुरुष समास है। 

Important Pointsसमास -

  • दो या दो से अधिक शब्द से बने हुए नए शब्द को समास कहा जाता है।
  • समास के 6 भेद होते है-
समास परिभाषा उदाहरण
अव्ययीभाव पहला पद प्रधान तथा अव्यय हो तथा समस्त पद क्रिया विशेषण का कार्य करें वहां अव्ययीभाव होता है।

प्रति + दिन  = प्रतिदिन

निर्विवाद = बिना विवाद के

कर्मधारय  जिस समास में पूर्वपद विशेषण और उत्तरपद विशेष्य हो, कर्मधारय समास कहलाता है।

कालीमिर्च = काली है जो मिर्च

नीलकमल = नीला है जो कमल

द्विगु    जिस समास में पूर्वपद संख्यावाचक हो, द्विगु समास कहलाता है।

नवरत्न = नौ रत्नों का समूह

सप्तदीप = सात दीपों का समूह

 बहुव्रीहि जिस समास में दोनों पदों के माध्यम से एक विशेष (तीसरे) अर्थ का बोध होता है, बहुव्रीहि समास कहलाता है।

महात्मा = महान् आत्मा है जिसकी,
नीलकण्ठ = नीला कण्ठ है जिनका अर्थात् शिवजी।

द्वन्द्व   जिस समास में दोनों पद प्रधान एवं एक दूसरे के विलोम या विलोम जैसे हों तो उसे द्वंद्व समास कहते हैं।

माता-पिता = माता और पिता, 

राम-कृष्ण = राम और कृष्ण

तत्पुरुष  जिस समास में पूर्वपद गौण तथा उत्तरपद प्रधान हो, तत्पुरुष समास कहलाता है। मतदाता = मत को देने वाला
गिरहकट = गिरह को काटने वाला

अव्ययीभाव समास Question 8:

‘यथास्थान’ शब्द में कौन-सा समास है?

  1. कर्मधारय समास
  2. द्विगु समास
  3. बहुब्रीहि समास
  4. अव्ययीभाव समास

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : अव्ययीभाव समास

अव्ययीभाव समास Question 8 Detailed Solution

सही विकल्प है:अव्ययीभाव समास

  • ‘यथास्थान’ शब्द में अव्ययीभाव समास है 
  • यथास्थान शब्द में "यथा" शब्द  उपसर्ग है। 
  • विग्रह  - स्थान के अनुसार 

Key Points

  • यदि किसी सामासिक पद में प्रथम पद उपसर्ग या अव्यय हो तो उसे  अव्ययीभाव समास  माना जाता है
  • किसी सामासिक पद में संज्ञा या अव्यय पद की पुनरावृत्ति होने पर भी अव्ययीभाव समास ही माना जाता है।

जैसे -

  • यथामति = मति के अनुसार
  • विवाहोपरान्त = विवाह के उपरान्त
  • प्रत्यारोप = आरोप के बदले आरोप
  • धड़ाधड़ = धड़ ही धड़

Additional Information

  • समास - दो या दो से अधिक शब्द से बने हुए नए शब्द को समास कहा जाता है।
  • समास के 6 भेद होते है-
समास परिभाषा उदाहरण
अव्ययीभाव पहला पद प्रधान तथा अव्यय हो तथा समस्त पद क्रिया विशेषण का कार्य करें वहां अव्ययीभाव होता है।

प्रति + दिन  = प्रतिदिन

निर्विवाद = बिना विवाद के

कर्मधारय  जिस समास में पूर्वपद विशेषण और उत्तरपद विशेष्य हो, कर्मधारय समास कहलाता है।

कालीमिर्च = काली है जो मिर्च

नीलकमल = नीला है जो कमल

द्विगु    जिस समास में पूर्वपद संख्यावाचक हो, द्विगु समास कहलाता है।

नवरत्न = नौ रत्नों का समूह

सप्तदीप = सात दीपों का समूह

 बहुव्रीहि जिस समास में दोनों पदों के माध्यम से एक विशेष (तीसरे) अर्थ का बोध होता है, बहुव्रीहि समास कहलाता है।

महात्मा = महान् आत्मा है जिसकी,
नीलकण्ठ = नीला कण्ठ है जिनका अर्थात् शिवजी।

द्वन्द्व   जिस समास में दोनों पद प्रधान एवं एक दूसरे के विलोम या विलोम जैसे हों तो उसे द्वंद्व समास कहते हैं।

माता-पिता = माता और पिता, 

राम-कृष्ण = राम और कृष्ण

तत्पुरुष  जिस समास में पूर्वपद गौण तथा उत्तरपद प्रधान हो, तत्पुरुष समास कहलाता है। मतदाता = मत को देने वाला
गिरहकट = गिरह को काटने वाला

अव्ययीभाव समास Question 9:

‘घर-घर’ किस समास का विकल्प है?

  1. तत्पुरुष समास
  2. द्वंद्व समास
  3. कर्मधारय समास
  4. अव्ययीभाव समास

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : अव्ययीभाव समास

अव्ययीभाव समास Question 9 Detailed Solution

दिए गए विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 4 अव्ययीभाव समासहै। अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर हैं।

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  • ‘घर-घर’ शब्द का समास-विग्रह ‘प्रत्येक घर’ है।
  • यहाँ एक ही शब्द की पुनरावृत्ति हुई है और दोनों शब्द मिलकर अव्यय की तरह प्रयोग हो रहे हैं।
  • अव्ययीभाव समास - इसमें प्रथम पद अव्यय होता है और उसका अर्थ प्रधान होता है उसे अव्ययीभाव समास कहते हैं।
  • इसमें अव्यय पद का प्रारूप लिंग, वचन, कारक, में नहीं बदलता है वो हमेशा एक जैसा रहता है।

अन्य विकल्प:

समास

परिभाषा

उदाहरण

तत्पुरुष समास

इस समास में उत्तरपद प्रधान होता है, अर्थात प्रथम पद गौण होता है एवं उत्तर पद की प्रधानता होती है व समास करते वक़्त बीच की विभक्ति का लोप हो जाता है।

धर्म का ग्रंथ = धर्मग्रंथ

द्वंद्व समास

इस समास में दोनों पद ही प्रधान होते हैं इसमें किसी भी पद का गौण नहीं होता है। इसका विग्रह करने पर और, अथवा, या, एवं का प्रयोग होता है उसे द्वंद्व समास कहते हैं।

जल और वायु = जलवायु

कर्मधारय समास

इस समास का उत्तर पद प्रधान होता है। इस समास में विशेषण-विशेष्य और उपमेय-उपमान से मिलकर बनते हैं उसे कर्मधारय समास कहते हैं।

आधा है जो मरा = अधमरा

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  • समास से तात्पर्य है- संक्षिप्तीकरण।
  • जब दो या दो से अधिक शब्दों से मिलकर जो नया और छोटा शब्द बनता है उस शब्द को समास कहते हैं।
  • समास रचना में दो पद होते हैं, पहले पद को ‘पूर्वपद’ कहा जाता है और दूसरे पद को ‘उत्तरपद’ कहा जाता है। 
  • इन दोनों से जो नया शब्द बनता है वो समस्त पद कहलाता है।

अव्ययीभाव समास Question 10:

निम्नलिखित में से ‘धड़ाधड़’ किस समास का उदाहरण है?

  1. तत्पुरुष समास
  2. अव्ययीभाव समास
  3. द्वंद्व समास
  4. कर्मधारय समास

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : अव्ययीभाव समास

अव्ययीभाव समास Question 10 Detailed Solution

दिए गए विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 2 अव्ययीभाव समासहै। अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर हैं।

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  • ‘धड़ाधड़’ शब्द का समास विग्रह है धड-धड की आवाज के साथ।
  • इस शब्द में एक ही शब्द की पुनरावृत्ति हुई है और दोनों शब्द मिलकर अव्यय की तरह प्रयोग हो रहे हैं।
  • अव्ययीभाव समास - इसमें प्रथम पद अव्यय होता है और उसका अर्थ प्रधान होता है उसे अव्ययीभाव समास कहते हैं।
  • इसमें अव्यय पद का प्रारूप लिंग, वचन, कारक, में नहीं बदलता है वो हमेशा एक जैसा रहता है।

अन्य विकल्प:

समास

परिभाषा

उदाहरण

तत्पुरुष समास

इस समास में उत्तरपद प्रधान होता है, अर्थात प्रथम पद गौण होता है एवं उत्तर पद की प्रधानता होती है व समास करते वक़्त बीच की विभक्ति का लोप हो जाता है।

धर्म का ग्रंथ = धर्मग्रंथ

द्वंद्व समास

इस समास में दोनों पद ही प्रधान होते हैं इसमें किसी भी पद का गौण नहीं होता है। इसका विग्रह करने पर और, अथवा, या, एवं का प्रयोग होता है उसे द्वंद्व समास कहते हैं।

जल और वायु = जलवायु

कर्मधारय समास

इस समास का उत्तर पद प्रधान होता है। इस समास में विशेषण-विशेष्य और उपमेय-उपमान से मिलकर बनते हैं उसे कर्मधारय समास कहते हैं।

आधा है जो मरा = अधमरा

quesImage4204

  • समास से तात्पर्य है- संक्षिप्तीकरण।
  • जब दो या दो से अधिक शब्दों से मिलकर जो नया और छोटा शब्द बनता है उस शब्द को समास कहते हैं।
समास रचना में दो पद होते हैं, पहले पद को ‘पूर्वपद’ कहा जाता है और दूसरे पद को ‘उत्तरपद’ कहा जाता है। 
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